2 line shayari in hindi

2 LINE SHAYARI IN HINDI          


    बहुत उदास है कोई तेरे चुप हो जाने से 

             हो सके तो बात कर किसी बहाने से।

2 LINE SHAYARI IN HINDI


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                       इतना  आसान नहीं है जीना रोज़ अंदर 

                     अंदर मरते रहना हूँ बहार जीता दिखने के लिए।

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                       मैंने तुम्हे तब सुन्ना चाहता हूँ जब तुम्हारे चेहरे पर 


                          खामोशी और आँखों में कहने को बहुत कुछ हो।




ऐसा सहारा बनूँगा तुम्हारे कभी टूट न 

पाओगी इतना चाहूंगा तुम्हे कभी रूत न पाओगी। 



बेटी बोझ नहीं होती बेटी तो हर किसी भोज उठती है 

किसी के सपनो का तोह किसी की सेल्फ रेस्पेक्ट का। 



ज़रूरी नहीं तुम रोज़ रोज़ बात करो पर 


जब भी करो ढंग से करो वर्ण मत ही करा करो।



जो भी आता है एक नयी चोट देकर चला जाता है 


मन मजबूत हूँ पर पत्थर दिल तो नहीं हूँ।


कह देना अब उनका इंतज़ार नहीं है

 सुनो कहने की गुस्से में कहा था।




तुम्हारा तो गुस्सा भी इतना प्यारा है 

दिल करता है तुम्हे हर दिन रात तंग करते रहे। 




दुनिया में मोहब्बत आज भी बरक़रार है 

क्यूंकि एक तरफ़ा प्यार अब भी वफादार है। 



सच्चे दोस्त भले ही आपके मुँह पर गालियां देते हैं 


लेकिन आपके पीठ पीछे वो हमेशा आपकी तारीफ ही करते है।



अब न किसी का दिल दुखायेंगे, अब न किसी पर हक़ जताएंगे 

अब यही खामोश रह कर ये दो पल की ज़िन्दगी बातएंगे।


2 line shayari 



गलती उसकी होगी आप उसी पर गुस्सा करोगे फिर रोने लगेगी 

 उसको मनाओगे पूरी गलती आपकी  हो जाएगी।




एक लड़का उसी लड़की से सबसे 

ज़ादा डरता है जिससे वो प्यार करता है 



खता तो उनकी भी न थी वो भी क्या करते 

हज़ार चाहने वाले थे किस किस से वफ़ा करते।




तुम बस अपनी मर्ज़ी से वापस आ जाओ 

बाकी मैं संभल लूंगा।



तहज़ीब के खिलाफ हुआ सच का बोलना,

अब झूठ ज़िन्दगी के सलीक़े में आ गया।




रोज वो ख्वाब में आते है गले मिलने को 

में जो सोता हूँ तो जाग उठती है किस्मत मेरी।




दुसरो की ख़ुशी के लिए अपनी 

ख़ुशी के बारे में नहीं सोचते हैं 

फिर भी लोग हमें बुरा ही कहते हैं। 




वैसे तो तुम्ही ने मुझे बर्बाद किया है 

इल्जाम किसी और के सर जाये तो अच्छा है।




ख़ुदावंद ये तेरे सादा-दिल बंदे किधर जाएँ,

कि दरवेशी भी अय्यारी है सुल्तानी भी अय्यारी।




बदल गया वक़्त बदल गयी बातें बदल गयी मोहब्बत 

कुछ नहीं बदला तो वह है इन आँखों नमी और तेरी कमी।




जानते हो मोहब्बत क्या है हर उस बात को नज़र अंदाज़ 

करना जिससे ताल्लुक़ टूट जाने का दर हो।



तुम राह में चुप-चाप खड़े हो तो गए हो,

किस-किस को बताओगे घर क्यों नहीं जाते।




इंसान अगर  दिल से खेलना छोड़

दे तो शायद किसी की भी मोहब्बत 

अधूरी नहीं होगी। 




मुस्कुराना कोनसा मुश्किल काम है 

बस तुमको सोचना  ही तो है। 





आप की खा़तिर अगर हम लूट भी लें आसमाँ,

क्या मिलेगा चंद चमकीले से शीशे तोड़ के।



तारीफ़ अपने आप की करना फ़िज़ूल है,

ख़ुशबू खुद बता देती है कौन सा फ़ूल है।

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